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वर .- 5, अंक -8 अग 2019 भारत कलका या बॉमब नहीं है। भारत अपन सात सौ हज़ार गाँव म बसता है। -महातमा गांधी मा ननीय मानव संसाधन वकास मंी ी रमश पोखरयाल नशंक क अनुसार, मानव संसाधन वकास मंालय ारा राीय नशा नीनत (NEP) 2019 क मसौद पर 77,000 स अनधक टिपपणियां और प ा ह ए। MGNCRE न भी इस पहल म भाग नलया है और एक कायशाला का आयोजन करक NEP की नतटया और मूलयांकन म योगदान टदया है और दश भर क अपन संकाय ववकास कायम और कायशालाओं म नशावद स इनपुि भी ल रहा है। टदलली म एमजीएनसीआरई म मबर सिरी ी पी मुरली मनोहर माननीय मानव संसाधन मंी ी रमश पोखरयाल क साथ चचा करत हुए। 20 और 21 जुलाई ामीण शिा बंधन पर राय समलन – विकासिील पि िर युिा आईसीएसएसआर-एसआरसी उसमाननया ववालय हैदराबाद म ामीि बंधन नशा पर दो टदवसीय राीय सममलन ववनभन सतर पर ामीि बंधन नशा म ववसतार, मानकीकरि और सुधार क नलए रिनीनतय पर ववचार-वमश करन क नलए संसथान, नशाववद, पशवर और अनय मुख टहतधारक को एक साथ लान का यास करता है। सममाननत अनतनथ डॉ वीर कु मार मलहोा सदसय सनचव ICSSR, डॉ आलोक काश नमल सदसय सनचव AICTE, और ोफ सर टहतश भटि ननदशक ामीि बंधन संसथान (IRMA) मौजूद रह। 15 नतवत नशाववद की वयवगत भागीदारी और योगदान न ववालय और उचच नशा संसथान ारा ामीि बंधन नशा क म चु नौनतय का सामना करन क नलए ान का अभयास करन म मदद की। एमजीएनसीआरई अधय न सममलन क उशय और ामीि बंधन म बीबीए पाठयम की आवशयकता क बार म बात की। उनहन एमजीएनसीआरई की उपलणध की भावना वय की, णजस मंालय ारा ामीि बंधन पर एमओओसीएस पाठयम भी सपा गया था। उनहन एकवत नशाववद स समथन और ोतसाहन का आान टकया कयटक उनका योगदान भारत म ामीि बंधन को सफल बनान म एक लंबा रासता तय करगा। डॉ वीर कुमार मलहोा क सदसय सनचव आईसीएसएसआर न कहा, ामीि बंधन क नलए पाठयम ववकास की महती आवशयकता है। महातमा गांधी हमशा गांव को आतमननभर बनान की बात करत थ। भारत का ववकास ह आ है लटकन ामीि भारत की अनदखी की गई। हम उन शोध को आग बढान और उननत भारतनमाि की आवशयकता है, णजनका हम सपना दख रह ह। ामीि जनता को सश बनाना होगा और उनकमताओं म सुधार करना होगा। एमजीएनसीआरई की यह पहल सही समय पर आई है और हम सभी को इसका सदुपयोग करन कजरत है। डॉ ए पी नमल सदसय सनचव एआईसीिीई न कहा टक, ामीि पृभूनम क छा को नतसपधा तमक दुननया म नतसपधा करना मुणशकल हो रहा है। ामीि लोग को संचार कौशल दान करन की आवशयकता है। रल मैनजमि क और भी कोस अनधक जागकता लाएंग, तकनीकी नशा बह त महतवपूि है। वयवगत वकास भी महतवपूि है। ामीि बंधन म एमजीएनसीआरई क यास वासतव म सराहनीय ह। हम उमीद है टक यह सहएमजीएनसीआरई न ामीि बंधन पर संसाधन सामी और संकनलत पु सतक का ननमाि टकया है। डॉ ए पी नमल और ो टहतश भटि ारा औपचारक प स पु सतक का ववमोचन टकया गया।

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  • वर्ष .- 5, अंक -8 अगस्त 2019

    भारत कलकत्ा या बॉमबबे नहीं है। भारत अपनबे सात सौ हज़ार गाँवों में बसता है। -महातमा गांधी

    माननीय मानव संसाधन ववकास मंत्ी श्ी रमबेश पोखररयाल ननशंक कबे अनसुार, मानव संसाधन ववकास मंत्ालय द्ारा राष्टीय नशक्ा नीनत (NEP) 2019 कबे मसौदबे पर 77,000 सबे अनधक टिपपणियां और पत् प्ाप्त हुए। MGNCRE नबे भी इस पहल में भाग नलया है और एक काय्यशाला का आयोजन करकबे NEP की प्नतटरिया और मूलयांकन में योगदान टदया है और दबेश भर कबे अपनबे संकाय ववकास काय्यरिमों और काय्यशालाओं में नशक्ाववदों सबे इनपिु भी लबे रहा है।

    टदलली में एमजीएनसीआरई मबेमबर सबेरिबे िरी श्ी पी मरुली मनोहर माननीय मानव संसाधन मंत्ी श्ी रमबेश पोखररयाल कबे साथ चचा्य

    करतबे हुए।

    20 और 21 जुलाई ग्ामीण शिक्ा प्रबंधन पर राष्ट्रीय समममेलन – विकासिील पमेिमेिर युिा

    आईसीएसएसआर-एसआरसी उसमाननया ववश्वववद्ालय हैदराबाद में ग्ामीि प्बंधन नशक्ा पर दो टदवसीय राष्टीय सममबेलन ववनभनन सतरों पर ग्ामीि प्बंधन नशक्ा में ववसतार, मानकीकरि और सधुार कबे नलए रिनीनतयों पर ववचार-ववमश्य करनबे कबे नलए संसथानों, नशक्ाववदों, पबेशबेवरों और अनय प्मखु टहतधारकों को एक साथ लानबे का प्यास करता है। सममाननत अनतनथ डॉ वीरेंद्र कुमार मलहोत्ा सदसय सनचव ICSSR, डॉ आलोक प्काश नमत्ल सदसय सनचव AICTE, और प्ोफबे सर टहतबेश भटि ननदबेशक ग्ामीि प्बंधन संसथान (IRMA) मौजदू रहबे। 15 प्नतवठित नशक्ाववदों की वयवतिगत भागीदारी और योगदान नबे ववश्वववद्ालयों और उचच नशक्ा संसथानों द्ारा ग्ामीि प्बंधन नशक्ा कबे क्बेत् में चनुौनतयों का सामना करनबे कबे नलए ज्ान का अभयास करनबे में मदद की। एमजीएनसीआरई अधयक् नबे सममबेलन कबे उद्बेशयों और ग्ामीि प्बंधन में बीबीए पाठयरिम की आवशयकता कबे बारबे में बात की। उनहोंनबे एमजीएनसीआरई की उपलण्ध की भावना वयति की, णजसबे मंत्ालय द्ारा ग्ामीि प्बंधन पर एमओओसीएस पाठयरिम भी सौंपा गया था। उनहोंनबे एकवत्त नशक्ाववदों सबे समथ्यन और प्ोतसाहन का आह्ान टकया

    कयोंटक उनका योगदान भारत में ग्ामीि प्बंधन को सफल बनानबे में एक लंबा रासता तय करबेगा। डॉ वीरेंद्र कुमार मलहोत्ा कबे सदसय सनचव आईसीएसएसआर नबे कहा, “ग्ामीि प्बंधन कबे नलए पाठयरिम ववकास की महती आवशयकता है। महातमा गांधी हमबेशा गांवों को आतमननभ्यर बनानबे की बात करतबे थबे। भारत का ववकास हुआ है लबेटकन ग्ामीि भारत की अनदबेखी की गई। हमें उन शोधों को आगबे बढानबे और “उननत भारत” ननमा्यि की आवशयकता है, णजनका हम सपना दबेख रहबे हैं। ग्ामीि जनता को सशति बनाना होगा और उनकी क्मताओ ंमें सधुार करना होगा। एमजीएनसीआरई की यह पहल सही समय पर आई है और हम सभी को इसका सदपुयोग करनबे की जरूरत है। डॉ ए पी नमत्ल सदसय सनचव एआईसीिीई नबे कहा टक, “ग्ामीि पठृिभनूम कबे छात्ों को प्नतसपधा्यतमक दनुनया में प्नतसपधा्य करना मणुशकल हो रहा है। ग्ामीि लोगों को संचार कौशल प्दान करनबे की आवशयकता है। रूरल मनैबेजमेंि कबे और भी कोस्य अनधक जागरूकता लाएंगबे, तकनीकी नशक्ा बहुत महतवपूि्य है। वयवतिगत ववकास भी महतवपिू्य है। ग्ामीि प्बंधन क्बेत् में एमजीएनसीआरई कबे प्यास वासतव में सराहनीय हैं। हमें उममीद है टक यह सही

    एमजीएनसीआरई नबे ग्ामीि प्बंधन पर संसाधन सामग्ी और संकनलत पसुतकों का ननमा्यि टकया है। डॉ ए पी नमत्ल और प्ो टहतबेश भटि द्ारा औपचाररक रूप सबे पसुतकों का ववमोचन टकया

    गया।

  • 2महात्ा गांधी राष्टीय ग्ामीण शिक्ा परररद कनेक्ट

    बदलाव, जागरूकता और ग्ामीि ववकास लाएगा। प्ो टहतबेश भटि ननदबेशक ग्ामीि प्बंधन संसथान (IRMA) नबे एमजीएनसीआरई और िीम को अचछछी तरह सबे संचानलत दृवटिकोि कबे नलए बधाई दी। उनहोंनबे कहा टक ग्ामीि क्बेत् को सशति बनाना और एंड-िू-एंड समाधान कबे साथ जमीनी सतर पर पहंुचना महतवपिू्य है। लक्य कबे अतं तक काम करनबे सबे ही सक्म नबेता और सतू्धार नननम्यत होता है। सरकार की ओर सबे कैि कबे बजाय ग्ामीि प्बंधन कॉलबेजों में प्वबेश कबे नलए आरएमएिी परीक्ा आयोणजत करनबे का प्ावधान हो सकता है। प्नतभानगयों नबे बीबीए इन रुरल मनैबेजमेंि कोस्य की आवशयकता को

    सराहा। उनहोंनबे अपनबे संबंनधत संसथानों में क ा य्य श ा ल ा एं और एफडीपी आ य ो ण ज त करनबे तथा ग्ामीि प्बंधन कबे नलए ज्ान की एक संसथा बनानबे और ग्ामीि प्बंधन पाठयरिम कबे प्चार कबे नलए काम करनबे का आश्वासन टदया।

    रुरल इमि्शन मनैमेजमेंट पर राष्ट्रीय समममेलन - सामाजजक उत्तरदाययति और सामुदाययक सहभागि्ता को बढािा दमेना

    रुरल इमश्यन मनैबेजमेंि पर दो टदवसीय राष्टीय सममबेलन - भारत कबे प्शासननक सिाफ कॉलबेज (एएससीआई) हैदराबाद में आयोणजत सामाणजक णजममबेदारी और सामदुानयक जडुाव को बढावा दबेना, काया्यनवयन योगय तयैारी सटहत

    उननत भारत अनभयान (UBA) कबे तहत चनुौनतयों, आकांक्ाओ ंऔर दृवटि को समझनबे कबे उद्बेशय पर कें टद्रत है और मटहलाओ ंकबे नलए हरसंभव रिनीनत, योजनाएं, सशवतिकरि, जल संरक्ि, सफाई व सवचछता, कृवि आधाररत तकनीकी हसतक्बेप, नशक्ा और आजीववका। सममबेलन में सामाणजक णजममबेदारी को बढावा दबेनबे की टदशा में काम करनबे वालबे दबेश भर कबे क्बेत्ीय समनवय संसथानों (RCI) कबे प्नतभागी थबे। बवुधिशीलता सत् और बातचीत तथा क्बेत् दौरा भी शानमल था। आरसीआई (RCI), उननत भारत अनभयान में एक उतप्बेरक की भनूमका ननभाती है। इसका उद्बेशय

    यबूीए कबे तहत आरसीआई कबे साथ काम करनबे वालबे प्नतभागी संसथानों (पीआई) कबे क्मता ननमा्यि की टदशा में काम करना था। प्नतभानगयों को दो गांवों में लबे जाया गया - दो समहूों में कामबेटिा और गोलगुडा। टांज़बेकि वॉक में उनहोंनबे सरपंच, ग्ामीिों और सरकारी सकूल कबे छात्ों कबे साथ बातचीत की। ग्ामीिों कबे साथ प्नतभानगयों नबे ररसोस्य मपै बनाया। असंरनचत साक्ातकार आयोणजत टकए गए थबे। प्नतभानगयों को वयावहाररक रूप सबे भागीदारी मलूयांकन तकनीक लागू कर सकतबे हैं। उनहोंनबे अपनबे संबंनधत संसथानों में एफडीपी और रुरल इमश्यन टबेननंग प्ोग्ामस (RITPs) आयोणजत करनबे का आश्वासन टदया। पहचान की आवशयकता कबे नलए PRA / PLA तकनीकों की आवशयकता की सराहना की गई तथा रुरल इमश्यन मनैबेजमेंि हबेत ुज्ान की एक संसथा बनानबे कबे नलए सामाणजक णजममबेदारी और सामदुानयक सहभानगता शानमल थबे।

    6 और 7 जुलाई रुरल इंिमेजमेंट विथ पाटटीसीपमेटररी लयनिंि एंड एकिन पर राष्ट्रीय समममेलनरूरल एंगबेजमेंि ववथ पािटीसीपबेिरी लननिंग एंड एकशन पर राष्टीय सममबेलन मानव संसाधन ववकास कें द्रों (एचआरडीसी) कबे 20 प्नतभानगयों कबे नलए इस राष्ट कबे भववषय को आकार दबेनबे का एक बडा अवसर था। प्ो गोपाल रबेडडी सी, सदसय यजूीसी मखुय अनतनथ थबे, जबटक हैदराबाद कबे डॉ वाई नरनसंहुल,ु ननदबेशक एचआरडीसी हैदराबाद ववश्वववद्ालय और डॉ गीता नसंह, ननदबेशक एचआरडीसी सीपीडीएचई टदलली ववश्वववद्ालय मखुय वतिा रहबे। प्नतभानगयों नबे सामुदानयक जडुाव पर एमजीएनसीआरई (MGNCRE) कबे काम की सराहना की। शहरी

    प्वास, ग्ामीि कारीगरों कबे जडुाव व उनकबे रोजगार सटहत कई ग्ामीि मदु्ों पर चचा्य की गई। प्नतभानगयों नबे महससू टकया टक ग्ामीि क्बेत्ों को जोडनबे में एचआरडीसी की भनूमका रही है। नशक्ा क्बेत् में कई चनुौनतयां हैं। प्नतभानगयों नबे प्नशक्ि कबे नए तरीकों कबे साथ नए संकाय की आवशयकता कबे नलए आग्ह टकया - इंिरैणकिव और फीलड इंगबेजमेंि दोनों पर आधाररत। पहलबे टदन एचआरडीसी कबे ननदबेशकों कबे नलए एक फीलड ववणजि की वयवसथा पडूुर मबेडचल मंडल रंगारबेडडी णजलबे में की गई। इस गाँव में बातचीत नबे प्नतभानगयों को प्ाथनमक और माधयनमक अनसुंधान डबेिा और अनभुवों का ववश्बेिि और वत्कोि प्ाथनमकी तथा वकैणलपक सामदुानयक जडुाव और नशक्ा में नई अतंदृ्यवटि प्दान करनबे की अनमुनत दी। गनतववनधयों में सहभानगता तकनीक का उपयोग करकबे टांस वॉक और ररसोस्य मैवपंग तकनीक शानमल थबे। सीखनबे कबे पररिामों को प्नतभानगयों द्ारा उतसाहपवू्यक साझा टकया गया और काया्यनवयन कबे नलए आगबे बढनबे कबे रासतबे की रूपरबेखा दशा्यई गई।

    अधयक् एमजीएनसीआरई, पय्यिन सनचव, तबेलंगाना श्ी वेंकिबेशम कबे साथ, साथ में श्ी यागननक, ववशबेिज्, गांधी संग्हालय, बापू घाि हैदराबाद में नई तालीम

    प्ायोनगक नशक्ि गनतववनध को बढावा दबेतबे हुयबे - 30 जलुाई

    13 और 14 जुलाई

    एमजीएनसीआरई की ई-लननिंग पहल का एक भाग, वररठि प्नशक्क डॉ अननल दबुबे नबे डॉ टदवया नमत्ल, आईएएस वाइज़ प्बेनसडेंि ऑफ बरबेली

    डबेवबेलपमेंि अथॉररिी कबे साथ एक वीटडयो ररकॉटडिंग सत् आयोणजत टकया और “सवचछता प्बंधन” पर गोंडा में अपना वयाखयान दज्य टकया - 10

    जलुाई

    एफडीपी कबे तहत ग्ामीि अनबुंध और सामुदानयक जडुाव, द्रववटडयन यूननवनस्यिी आधं्र प्दबेश नबे 2 गांवों में 2 पानी की िंटकयां (पालनचंतलापलली और जोनगंदल ुगुदपुलली मंडल)

    सथावपत कीं - 7 जलुाई को कुलपनत प्ो सधुाकर यबेदला द्ारा उद्ािन।

  • संपादक

    की टि

    प्पणी

    महातमा गांधीजी की 150 वीं जयंती है। गांधीजी नबे नशक्ा कबे तरीकबे पर जोर टदया जहां छात् काम कबे माधयम सबे सीखता है। नशक्ा की वधा्य योजना भी इसकी परैवी करती है। नशक्ा पर नई राष्टीय नीनत में अनुभवातमक अनधगम को अननवाय्य बनानबे कबे ततव भी हैं। उचच नशक्ा का उद्बेशय कबे वल रोजगार सबे ही नहीं है बणलक जीवन, ज्ान और उचच नशक्ा सबे भी जडुा है। इंिन्यनशप लोकवप्य हो रहबे हैं। समदुाय कबे बारबे में जानना और समदुाय कबे नलए कुछ करना थोडा अलग है। इंजीननयररंग सटीम में उन ववियों को शानमल करनबे की आवशयकता होती है णजनमें सामानय हसतक्बेप की आवशयकता होती है। हमें संसथानों की वासतववक भागीदारी की आवशयकता है। जो भी ज्ान हम गाँव में पदैा कर रहबे हैं वह सीखनबे कबे उद्बेशय सबे हमारबे नलए एक स्ोत बन सकता है। अलग-अलग पहल ूहैं जो अनसुंधान ववचारों सबे उठाए गए पाठयरिमों में जा सकतबे हैं जो अनसुंधान इंिरैकशन सबे भी बनाए जा सकतबे हैं।इस महीनबे आयोणजत राष्टीय सममबेलनों में ग्ामीि प्बंधन और सामदुानयक सहभानगता पर धयान कें टद्रत टकया गया। यह जानकर खशुी हो रही है टक MGNCRE UBA कबे नलए अपनबे काम कबे टहससबे कबे रूप में रूरल मनैबेजमेंि और कमयुननिी एंगबेजमेंि पर MOOCS कोस्य का ननमा्यि करबेगा। हम में सबे कुछ इस क्बेत् में काफी समय सबे काम कर रहबे हैं और प्भावी ढंग सबे समुदायों को संभाल रहबे हैं। हम छात्ों को संभाल सकतबे हैं और मूलभतू सतर पर छात्ों की नचंताओ ंको दरू कर सकतबे हैं। हमें हर समय कुशल और कुशलतम होतबे रहना होगा।जसैा टक आप जानतबे हैं, भारत कबे उचच नशक्ा संसथानों को

    समावबेशी भारत कबे नलए आतमननभ्यर और सतत गांव समहूों कबे सवदबेशी ववकास में शानमल करनबे कबे नलए, मानव संसाधन ववकास मंत्ालय (MHRD) का एक प्मखु काय्यरिम है। मझुबे मंत्ालय कबे श्दों में घोििा करनबे में बहुत खशुी नमलती है - “मंत्ालय नबे ननि्यय नलया है टक “उननत भारत अनभयान” योजना कबे तहत, महातमा गांधी राष्टीय ग्ामीि नशक्ा पररिद (MGNCRE) को “सामाणजक णजममबेदारी और सामदुानयक सहभानगता को बढावा” वविय पर छात्ों और प्नशक्क दोनों कबे नलए MOOCs पाठयरिम तयैार करनबे और चलानबे का काम सौंपा जा सकता है। यजूीसी नबे पहलबे ही इसी वविय पर रिबे टडि पाठयरिम को मंजरूी दबेनबे कबे नलए कदम उठाए हैं। इसनलए, यह वांनछत है टक, एमजीएनसीआरई, यजूीसी कबे साथ समनवय करबेगा और यजूीसी अनमुोटदत रिबे टडि पाठयरिम पर MOOCs पाठयरिम तयैार करबेगा और इसबे सवयं (SWAYAM) पोि्यल में चलाएगा। यह अनरुोध टकया गया है टक उति पाठयरिम तयैार टकया जाए और इसबे जलद सबे जलद सवयं (SWAYAM) मंच पर चलाया जाए।” ग्ामीि नशक्ा और सामुदानयक जडुाव कबे हमारबे लक्यों को धयान में रखतबे हुए, MGNCRE इस क्बेत् में काफी प्गनत कर रहा है। शणैक्क ननयोजन को ग्ामीि भारतीय जनता को धयान में रखकर टरियानवयन की आवशयकता है। सामदुानयक जुडाव को नशक्ा कबे सभी सतरों पर कें टद्रत और बढावा दबेनबे की ज़रूरत है।

    डॉ भर्त पाठक उपाधयक् एमजीएनसीआरई

    ग्ामीि प्बंधन नशक्ा कबे क्बेत् में शकै्णिक क्बेत्ों सबे जडुबे अनभुवी सदसयों कबे महतवपिू्य योगदान को बखबूी दबेखा गया है। अब एमजीएनसीआरई का मानना है टक यह दबेश भर कबे पबेशबेवरों कबे नलए बडबे पमैानबे पर ग्ामीि प्बंधन साझबेदारी कबे तालमबेल और ववसतार का समय है। समावबेशी ववकास कबे नलए बाधाओ ंसबे ऊपर उठनबे और ग्ामीि संसाधनों का एक प्भावी प्बंधन बनानबे की ततकाल आवशयकता है। ग्ामीि प्बंधन नशक्ा पर तीन राष्टीय सममबेलन, रुरल - सामाणजक उत्रदानयतव और सामदुानयक सहभानगता को बढावा दबेना और भागीदारी सीखनबे और काय्य कबे साथ ग्ामीि जडुाव सफलतापूव्यक सीखनबे कबे उचच पररिामों कबे साथ संपनन हुए। प्नतभानगयों में ग्ामीि प्बंधन संसथान, एचआरडीसी ननदबेशक और यबूीए समनवयक, आरसीआई कबे प्नतवठित नशक्ाववद शानमल थबे। ग्ामीि भारत को आगबे बढनबे कबे नलए उपयतुि और पया्यप्त ग्ामीि प्बंधन ववशबेिज्ता की आवशयकता है, कयोंटक भारत दनुनया की तीसरी सबसबे बडी अथ्यवयवसथा बननबे की ओर अग्सर हो रहा है। MGNCRE कबे नलए ग्ामीि नशक्ा टदल कबे बहुत करीब रही है। आईआरएमए कबे मजबतू समथ्यन कबे साथ, हमनबे ग्ामीि प्बंधन पर पोसि ग्बेजएुि पाठयरिम ववकनसत टकया है, णजसबे एआईसीिीई कबे साथ साझा टकया गया है, णजसमें उननाव भारत अनभयान (यबूीए) कबे साथ उचच शैक्णिक संसथानों को शानमल टकया गया है, गांवों में बदलाव हो रहबे हैं। कुमाऊं ववश्वववद्ालय नबे पहलबे ही IRMA कबे सहयोग सबे MGNCRE द्ारा ववकनसत रूरल मनैबेजमेंि पर कोस्य शरुू कर टदया है। इस पाठयरिम में दबेश भर में रुनच है। पाठयरिम को IRMA, KSRM, ICFAI और MGNCRE िीम कबे नशक्ाववदों नबे तयैार टकया है। मंत्ालय द्ारा दबेश में गांवों कबे साथ HEI को जोडकर उननत भारत अनभयान को बढावा टदया जा रहा है। एक अनय क्बेत् सामाणजक णजममबेदारी और सामुदानयक सहभानगता को बढावा दबेनबे में एक MOOCS पाठयरिम ववकनसत कर रहा है। मैं यबूीए काय्यरिम कबे साथ इस शैक्णिक पाठयरिम की वकालत कर रहा हंू जो बहुत बडा बदलाव ला सकता है। सामदुानयक वयसतता का वत्यमान पररदृशय ग्ामीि पय्यिन है, न टक ग्ामीि तकनीक। सामाणजक णजममबेदारी और सामुदानयक जडुाव को बढावा दबेनबे कबे नलए, यजूीसी नबे एक पाठयरिम ढांचा ववकनसत टकया है। लबेटकन इसमें पाठयरिम कबे ढांचबे में सामाणजक णजममबेदारी का एक गायब नलंक है। हम इस पाठयरिम को यजूीसी पाठयरिम कबे सभी पहलओु ंको छूनबे वालबे कुछ पाठयरिम

    सामनग्यों में एकीकृत करेंगबे। यह भागीदारी संसथानों में एफडीपी कबे नलए आधार होगा। वत्यमान में, पाठयरिम में ग्ामीि अथ्यवयवसथा, ग्ामीि नीनत, ग्ामीि समाज, अतंनन्यभ्यरता और प्ौद्ोनगकी शानमल हैं। ज्ान, दृवटिकोि और कौशल कबे संदभ्य में, ज्ान जरूरी कौशल और दृवटिकोि कबे नलए नबेततृव नहीं करबेगा। पाठयरिम का उद्बेशय न कबे वल समदुाय कबे बारबे में जागरूकता पदैा करना है, बणलक सामदुानयक जडुाव गनतववनधयों को अपनाकर क्बेत् में टरियानवयन को बढावा दबेना है। हमारबे पास वयवतिगत सतर, समहू सतर, फीलड सतर, कक्ा सतर और कौशल ववकनसत करनबे वाली संसथाओ ंकबे साथ सममबेलन कक् सतर पर दज्य टकए गए वीटडयो कबे स सिडीज और पबेपर कबे स सिडीज हैं। ववश्वववद्ालयों और उचचतर नशक्ा संसथानों द्ारा ग्ामीि सामदुानयक सहभानगता कबे क्बेत् में चनुौनतयों कबे समाधान कबे नलए प्तयबेक मानव संसाधन ववकास कें द्र (एचआरडीसी) की भागीदारी और योगदान अमलूय है। हम भाग लबेनबे वालबे HRDC द्ारा आयोणजत ववनभनन संकाय ववकास काय्यरिमों में इन पहलओु ंको शानमल करनबे कबे नलए संसाधन सामग्ी, ररसोस्य पस्यनस और लॉणजणसिक सपोि्य कबे साथ सभी भाग लबेनबे वालबे संसथानों का समथ्यन करना चाहतबे हैं। HRDC अपनबे श्बेठि ववश्वववद्ालयों में जनशवति ववकास की एक रिनीनतक सववोचच संसथा कबे रूप में महतवपिू्य भनूमका ननभातबे हैं। अब यह माना जाता है टक ववनभनन एचआरडीसी में ववनभनन काय्यरिमों में भाग लबेनबे वालबे संकाय सदसयों को अपनबे पडोस में सथानीय समदुायों और गांवों सबे जडुनबे की जरूरत है। यजूीसी नबे हाल ही में ववश्वववद्ालयों / उचच नशक्ा संसथानों कबे नलए उन समदुायों कबे साथ जडुनबे की आवशयकता दोहराई है णजनहें हमें सहानभुनूत बनानबे, संबंध बनानबे और उपल्ध समधृि अनभुव लबेनबे की आवशयकता है। चैंवपयंस ऐसबे लोग होतबे हैं जो बहुत तयाग करतबे हैं। हमें बदलाव की वजह बनना होगा। रुनच को भीतर सबे उतपनन करनबे की आवशयकता है। यटद हम वासतव में रुनच रखतबे हैं, तो हम एक साथ कई आश्चय्यजनक काय्य कर सकतबे हैं। नाजकु या मणुशकल हालात इसमें मायनबे नहीं रखता।

    डॉ डबलययू जी प्रसनना कुमार अधयक् एमजीएनसीआरई

  • 4महात्ा गांधी राष्टीय ग्ामीण शिक्ा परररद कनेक्ट

    संकाय विक

    ास क

    ाय्शक्रम सा्तिाहना ययूयनिशस्शटरी काररीमनिर – 28 जयून – 4 जुलाई

    कैररयर गाइडेंस एंड पलबेसमेंि सबेल एसय ू करीमनगर द्ारा आयोणजत, रुरल इमश्यन एंड कमयनूनिी इंगबेजमेंि पर एफडीपी का उद्ािन मखुय अनतनथ, माननीय रणजसटार, एसय ूप्ो उमबेश कुमार कबे द्ारा टकया गया। वयवसाय प्बंधन ववभाग कबे प्ाचाय्य डॉ ई मनोहर नबे एफडीपी का अवलोकन टकया। अपनबे उद्ािन भािि में प्ो िी भारत डीन, सीडीसी

    और वप्ंनसपल यसूीसीबीएम एसय ू नबे एफडीपी सामग्ी की सराहना की

    और कहा टक यह 35 प्नतभानगयों कबे नलए एक बबेहतरीन नशक्ा गनतववनध

    थी। एमजीएनसीआरई प्नशक्क, बी झांसी रानी नबे गनतववनध का समनवय टकया। ग्ाम कोकबे रा कंुिा व रामादगुु, करीमनगर की यात्ा कबे दौरान अनबेक पीआरए / पीएलए ववनधयों पर चचा्य की गई। नशक्ा ववभाग / ववश्वववद्ालय पररसर में प्नतभानगयों द्ारा टांजबेकि वॉक टकया गया।

    KKHSOU िुिाहाटरी - 2 - 6 जुलाई प्ायोनगक नशक्ि-नई तालीम और ग्ामीि समदुाय जडुाव पर 5-टदवसीय एफडीपी का आयोजन कृषिा कांता हँटडकी सिबेि ओपन यनूनवनस्यिी (कबे कबे एचएसओयू) गुवाहािी द्ारा ववश्वववद्ालय कबे मखुयालय में 2 सबे 6 जलुाई

    तक ववनभनन ववभागों कबे 23 संकाय सदसयों कबे साथ MGNCRE कबे सहयोग सबे टकया गया। काय्यरिम समनवयक डॉ ररनतमोनी बोरदोलोई नबे ववश्वववद्ालय में एफडीपी कबे संचालन कबे पीछबे कबे उद्बेशयों को समझाया। मुखय अनतनथ डॉ उमबेश चंद्र सरमा, पूव्य कुलपनत, श्ीमंता शंकरदबेव सवास्थय ववज्ान ववश्वववद्ालय, गुवाहािी नबे नशक्ानथ्ययों कबे साथ अनधक साझबेदारी और अनधक समधृि करनबे कबे नलए सभी मापदंडों में ज्ान कबे संदभ्य में नशक्कों कबे अद्तन होनबे कबे महतव पर प्काश डाला। कबे कबे एचएसओ कबे ननदबेशक एन.एन. सरमा नबे वयति टकया टक अनभुवातमक अनधगम, ग्ामीि सामदुानयक जडुाव और नई तालीम हमें नई नशक्ि पधिनतयों को आंतररक बनानबे और उनहें पनुजजीववत करनबे की बहुत गुंजाइश दबेगा। उनहोंनबे कहा टक जब हम ववश्वववद्ालय में समयबधि तरीकबे सबे काम करतबे हैं, तो हमारबे सवयं कबे संदभ्य में अनभुवातमक अनधगम अतयंत महतवपिू्य है। सीननयर फैकलिी टदलीप चरिवतजी नबे एमजीएनसीआरई का प्नतनननधतव टकया। 17 सतत ववकास लक्यों (एसडीजी) पर भी चचा्य की गई। एक समहू आधाररत गनतववनध आयोणजत की गई णजसमें नशक्कों को उचच नशक्ा संसथानों में सथानीय समदुायों को शानमल करनबे कबे तरीकों को सचूीबधि करना था और उसकबे बाद एक उपयोगी चचा्य हुई। चौथबे टदन, संकाय सदसयों को ववश्वववद्ालय कबे गोद नलए गाँव हनापारा में एक फीलड ववणजि कबे नलए लबे जाया गया। योिी िमना विशिविदयालय कडपपा - 2 - 6 जुलाई ग्ामीि मगनता और सामदुानयक सहभानगता पर एफडीपी की अधयक्ता योगी वमना ववश्वववद्ालय कबे एनएसएस सबेल कबे समनवयक डॉ ए मधसुदून रबेडडी नबे की। प्ो अणटिपलली रामचंद्र रबेडडी कुलपनत और मुखय अनतनथ नबे काय्यरिम का उद्ािन टकया। उनहोंनबे इस बात पर जोर टदया टक कैसबे बौवधिक लोगों को समाज कबे बारबे में सोचनबे की जरूरत है और ग्ामीि क्बेत्ों और उनकबे मदु्ों कबे बारबे में ज्ान को अद्तन करनबे की आवशयकता है। गबेसि ऑफ ऑनर प्ो एम रामकृषि रबेडडी, रबेकिर नबे सभा को संबोनधत टकया और सखूबे की णसथनत और बनुनयादी जरूरतों जसैबे ग्ामीि मदु्ों पर प्काश डाला। प्ो जी संबानशवा रबेडडी वप्ंनसपल नबे सभा को संबोनधत टकया और

    समाज कबे ननमा्यि में इनतहास की भनूमका को याद टकया। एमजीएनसीआरई कबे प्नशक्क डॉ बी टदवबेकर और एम साईटकरि काय्यरिम कबे रिमशः ररसोस्य परसन व समनवयक थबे। तबेलंगाना राजय कबे गंगादबेवीपलली मॉडल गाँव की एक टफलम प्नतभानगयों को

    ग्ामीि क्बेत्ों कबे उतथान कबे नलए प्बेररत करनबे कबे नलए टदखाई गई थी। 30 प्नतभानगयों नबे उस टफलम सबे सीखनबे कबे वबंद ु साझा टकए। नशवाजी नगर गाँव, नचंतामममा टदनना मंडल, कडपपा णजलबे में ग्ाम यात्ाओं का आयोजन टकया गया। सभी प्नतभानगयों नबे अपनबे

    समहूों कबे अनसुार प्नतभानगयों सबे प्ाप्त जानकारी पर एक ववसततृ ररपोि्य प्सतुत की।

    IASE उसमायनया विशिविदयालय हैदराबाद - 2 - 6 जुलाई

    प्ो एम रामादबेवी प्ाचाय्य और डॉ वववबेकानंद रबेडडी, एचओडी नशक्ा ववभाग नबे नई तालीम काय्य नशक्ा और नशक्कों और छात् नशक्ा कबे नलए प्ायोनगक नशक्ि पर एफडीपी का उद्ािन टकया और एमजीएनसीआरई कबे साथ सहयोग का सवागत टकया। उनहोंनबे 36 प्नतभानगयों सबे एफडीपी में सटरिय रूप सबे भाग लबेनबे और समदुाय सगाई पाठयरिम कबे साथ आनबे का आग्ह टकया, णजससबे राजय कबे छात्ों को लाभ होगा। वत्यमान नशक्ा प्िाली में क्मता, ववश्वास ननमा्यि, सटहषिुता और कौशल कबे इद्य-नगद्य घमूतबे हुए ग्ामीि समदुाय की वयसतता का सवागत टकया गया। संकाय ववकास काय्यरिम आयोणजत करनबे पर भी चचा्य हुई ताटक पाठयरिम में सामदुानयक सहभानगता को एकीकृत टकया जा सकबे । एमजीएनसीआरई कबे संकाय रमबेश वाववला नबे काय्यरिम का समनवय टकया। गाँव की यात्ा कबे तहत, प्नतभानगयों नबे मलकापरु गाँव का दौरा टकया। वररठि फैकलिी डॉ फराह बबेगम और श्ी कबे कबे रायल ूनबे भी काय्यरिम में अपनबे इनपटुस टदए।

    एररसटोटल पीजी कॉलमेज ऑफ मैनमेजमैंट मोइनाबाद ्तमेलंिाना – 8 समे 12 जुलाई

    वप्ंनसपल डॉ एल श्ीननवास रबेडडी नबे FDP का उद्ािन टकया और एमजीएनसीआरई कबे साथ इस ववसतार का सवागत टकया। रमबेश वाववला एमजीएनसीआरई फैकलिी नबे 5 टदन की एफडीपी की पठृिभनूम और उद्बेशयों को साझा टकया। श्ीमती सकुनया एचओडी प्बंधन, डॉ शकर और डॉ सुंदरम वररठि संकाय नबे उद्ािन टकया। 25 प्नतभानगयों नबे काय्यरिम कबे अनसुार पहलबे सत् में अपना पररचय टदया, णजसकबे बाद उननत भारत अनभयान पर एक वीटडयो आया। इसकबे बाद समहूों में काम करनबे वालबे प्नतभानगयों नबे अपनबे पाठयरिमों और उसकबे पररिामों में वत्यमान समुदाय जुडाव की

  • 5महात्ा गांधी राष्टीय ग्ामीण शिक्ा परररद कनेक्ट

    पहलों को सचूीबधि टकया। प्नतभानगयों नबे समहूों में काम टकया और अपनबे पाठयरिमों कबे नलए प्ासंनगक ग्ामीि समदुाय जडुाव कबे पाठयरिम की समीक्ा की व अपनी प्नतटरिया तथा सझुाव साझा टकए। प्नतभानगयों नबे अपनी भागीदारी सीखनबे कबे रूप में सरंुगल और मतुु्यजागुडा गांवों का दौरा टकया। एसएनडीटरी मुंबई – 12 समे 16 जुलाई एसएनडीिी मटहला ववश्वववद्ालय मुंबई में नई तालीम और प्ायोनगक

    नशक्ा पर 5-टदवसीय एफडीपी का उद्ािन डॉ। दीपक दबेशपांडबे रणजसटार द्ारा टकया गया था। डॉ मीना प्काश कुिबे प्धानाचाय्य और डॉ प्ज्ा वाकपंजीर एचओडी कॉलबेज ऑफ एजकुबे शन नबे

    उद्ािन सत् आयोणजत टकया। प्भाकर बानला एमजीएनसीआरई सीननयर फैकलिी नबे काय्यवाही का समनवय टकया। प्नतभानगयों नबे 113 साल परुानबे सरकारी सकूलों का दौरा टकया। कॉलबेज ऑफ एजकुबे शन और अनभुवातमक नशक्ि और काय्य नशक्ा पर गनतववनधयों का संचालन टकया। कणठपालों नबे ठािबे णजलबे कबे शाहपरु तालकुा में लगभग 120 टकमी दरू एक गाँव ‘कसारा’ का दौरा टकया। वबे सरपंच और वाड्य सदसयों सबे नमलबे और बातचीत करतबे हुए गाँव में पीआरए / पीएलए तकनीकों का इसतबेमाल टकया। टांजबेकि वॉक कबे दौरान उनहोंनबे ग्ामीिों का साक्ातकार नलया। प्नतभानगयों नबे अपनी नशक्ा गोबी कॉलबेज, धोबी तलाओ (मुंबई) और बीएड कबे छात्ों द्ारा की गई गनतववनधयों कबे बारबे में अपनी प्सतनुत दी। सायन (पणश्चम) में सथानीय ननजी सहायता प्ाप्त प्ाथनमक और माधयनमक ववद्ालय साधना ववद्ालय का दौरा टकया गया। यह सकूल जयादातर धारावी इलाकबे (एनशया का सबसबे बडा सलम एररया) सबे सिबे छात्ों को परूा करता है, जो सकूल सबे सिबे हुयबे हैं।

    ददिंबर जनै कॉलमेज बरौ्त उत्तर प्रदमेि – 13 समे 17 जुलाई टदगंबर जनै कॉलबेज में एफडीपी, चौ चरि नसंह ववश्वववद्ालय, नई तालीम प्ायोनगक नशक्ा और सामदुानयक जडुाव पर मबेरठ, गांधीजी की नई तालीम की दृवटि और दश्यन को समझनबे, कौशल और ज्ान प्ाप्त करनबे और ‘तीन एच’ कबे माधयम सबे अनभुवातमक नशक्ि गनतववनधयों में भाग लबेनबे कबे माधयम सबे प्भाववत करनबे पर कें टद्रत है। 27 प्नतभागी उपणसथत रहबे, प्ो पी कबे नमश्ा, डीन, नशक्ा डीन ववभाग, सीसीएसय ूमबेरठ मखुय अनतनथ थबे, जबटक डॉ अननल कुमार दबुबे एमजीएनसीआरई सीननयर फैकलिी नबे काय्यवाही का समनवय टकया। काय्यरिम का संचालन डॉ वीरेंद्र नसंह डी.जबे. कॉलबेज कबे द्ारा टकया गया। आयोजन सनचव डॉ टकरि गग्य थीं। काय्यरिम की शरुुआत डॉ नशखा चतवुवेदी एचओडी नशक्ा ववभाग द्ारा आयोणजत उद्ािन समारोह कबे साथ N.A.S. टडग्ी कॉलबेज मबेरठ, डॉ सधुीर प्ो जबेएनय ूटदलली, और डॉ डी कबे जनै प्बंधन सनमनत प्मखु डॉ एम कबे मछुाल नबे कहा “गांधीजी एक वयवतितव नहीं थबे, बणलक सवयं में एक दश्यन थबे - अधयापक को मबेघ नहीं माली बनना है। “खबेरकी गांव में एक गांव का दौरा आयोणजत टकया गया था। पूरबे गाँव का एक नकशा प्ायोनगक नशक्ा का वासतववक अथ्य जाननबे कबे इरादबे सबे तयैार टकया गया था। सभी प्नतभानगयों नबे प्तयबेक समहू को टदए गए अधयाय कबे आधार पर एनईपी 2019 पर एक ररपोि्य तैयार की। टफर राष्टीय

    नशक्ा नीनत 2019 पर आधाररत एक प्सतनुत सभी 5 समहूों द्ारा उनकबे टदए गए अधयायों को प्सतुत टकया गया।

    आर आर पी जी कॉलमेज अममेठी – 19 –

    25 जुलाईडॉ राममनोहर लोटहया अवध ववश्वववद्ालय सबे संबधि नई तालीम एकसपबेररमेंिल लननिंग और कमयनुनिी एंगबेजमेंि पर 27 प्नतभानगयों कबे साथ रिवीर रिंजय

    पोसि ग्बेजएुि कॉलबेज अमबेठछी, उत्र प्दबेश में 7-टदवसीय एफडीपी आयोणजत टकया गया था। मखुय अनतनथ प्ोफबे सर आरआरपीजी कॉलबेज कबे फैकलिी प्ो नागेंद्र कुमार थबे, जबटक समनवयक डॉ वत्वबेिी नसंह प्ाचाय्य और डॉ संतोि कुमार नसंह थबे। एमजीएनसीआरई सीननयर फैकलिी प्ोफबे सर अननल कुमार दबुबे नबे काय्यवाही का समनवय टकया। प्नतभानगयों को ग्ामीि समदुाय की ताकत और कमजोररयों को समझनबे और सामदुानयक जडुाव पर ववचारों को साझा करनबे कबे नलए ववनभनन रुरल इमश्यन गनतववनधयों में भाग लबेनबे कबे बारबे में बताया गया। मुखय अनतनथ नबे नई तालीम की 3H अवधारिा पर बात की। उनहोंनबे कहा टक गांधीजी का दश्यन सभी दश्यन का मलू है। उनहोंनबे 3R सबे 7R तक नशक्ा कबे पररवत्यन पर जोर टदया। गाँव की यात्ा कबे उद्बेशय सबे चयननत गाँव सरवनपुर, अमबेठछी था। गाँव पहँुचनबे पर प्नतभानगयों नबे ववनभनन गनतववनधयों, बुननयादी ढांचबे, कृवि, वयवसायों, वयवसायों, कृवि की सफलता, नशक्ा की सफलता, सवास्थय और सवचछता कबे स्ोत, सवचछता कबे स्ोतों और इजजत घर की णसथनत का अवलोकन टकया। उनहोंनबे अपनबे तयैार उपकरिों (प्श्ावली) का उपयोग करकबे साक्ातकार नलया और उसकबे बाद ग्ाम पंचायत कबे प्नतनननधयों सबे मलुाकात की।

    श्ी पद्ाि्ती मदहला विशिविदयालयम य्तरुपय्त – 23 समे 27 जुलाई

    एफडीपी का उद्ािन 33 प्नतभानगयों कबे साथ मखुय अनतनथ प्ो कबे मरुगैया डीन सामाणजक ववज्ान कबे साथ-साथ प्ो िी जी अमथुवलली, एचओडी, नशक्ा ववभाग द्ारा टकया गया था।

    एमजीएनसीआरई प्नशक्क एम टकरि और नवीन कुमार नबे गनतववनध का संचालन टकया। डॉ एन अनरुाधा, डॉ वी माधवी, डॉ वाई अनीता और डॉ िी सीरबेशा वररठि प्नशक्क रहबे, जबटक डॉ जी सनुीता बाई संयोजक रहीं। राम राजा बी.एड कॉलबेज में फीलड ववणजि की गई।

    एमजीययू सयूया्शपमेट – 27 समे 31 जुलाई

    यबूीए-रूरल इमश्यन एंड कमयुननिी एंगबेजमेंि पर एफडीपी का आयोजन श्ी वेंकिबेश्वर गवन्यमेंि टडग्ी कॉलबेज, सयू्यपबेि (MGU सबे संबधि) में 15 सरकारी टडग्ी और पीजी कॉलबेजों सबे 27 प्नतभानगयों कबे साथ टकया गया, णजसमें सयूा्यपबेि, कोदाड, हुजरू

    नगर, इब्ाटहमपिनम, नकबे रबेकल, मोठबे और दबेवरकोंडा शानमल रहबे। मोहनलाल सुखाड़िया ययूयनिशस्शटरीउदयपुर राजसथान – 27 समे 31 जुलाई फैकलिी डबेवलपमेंि प्ोग्ाम का उद्ािन महातमा गांधी राष्टीय ग्ामीि नशक्ा पररिद 6 कनबेकि प्ो सी आर सथुार अधयक् फैकलिी ऑफ एजकुबे शन, MLSU उदयपरु द्ारा टकया गया था। प्ोफबे सर सी आर सथुार

  • 6महात्ा गांधी राष्टीय ग्ामीण शिक्ा परररद कनेक्ट

    नबे एमएलएसय,ू उदयपरु सबे संबधि ववनभनन नशक्क नशक्ा संसथानों कबे सभी 25 प्नतभागी नशक्क नशक्कों का

    सवागत टकया। एमजीएनसीआरई कबे वररठि फैकलिी डॉ अननल कुमार दबुबे नबे एगजीकयूटिव डबेवलबेपमेंि प्ोग्ाम पर खशुी जाटहर की और कामना की टक, नशक्ा ववभाग नई तालीम एजकुबे िस्य कबे नलए संसाधन ववकनसत करनबे कबे नलए क्बेत्ीय कें द्र कबे रूप में ववकनसत हो। अलपना नसंह, प्मखु, नशक्ा ववभाग, MLSU, उदयपरु संयोजक रहबे।

    ओययू कॉलमेज ऑफ एजुकमे िन – 23 समे 27 जुलाई

    उसमाननया ववश्वववद्ालय हैदराबाद में एक एफडीपी का आयोजन नशक्ा ववभाग में नई तालीम, प्ायोनगक नशक्ा और सामदुानयक सहभानगता पर टकया गया था। उद्ािन सत् में प्ोफबे सर ए रामकृषि प्ाचाय्य, डॉ.रववंद्रनाथ मनूत्य एचओडी और डॉ शहनाज बबेगम बोस एजुकबे शन ऑफ ओय ूनबे भाग नलया और वत्यमान समय कबे पाठयरिम में नई तालीम, प्योगातमक नशक्ा और सामदुानयक सहभानगता कबे महतव पर प्नतभानगयों को संबोनधत टकया। एमजीएनसीआरई कबे ररसोस्य पस्यन प्भाकर बानला नबे गनतववनध आधाररत तकनीकी सत् आयोणजत टकए। प्नतभानगयों नबे एक समीक्ा कबे साथ गनतववनधयों पर प्सतनुतयां दीं और वत्यमान नशक्ा कबे नलए उनकी प्ासंनगकता बताई। अनससिेंि प्ोफबे सर डॉ शंकर नबे प्नतभानगयों को सलाह दी। तारामतीपबेि गांव में फीलड ववणजि टकया गया और प्नतभानगयों नबे भारत कबे ग्ामीि समदुाय पर अपनबे ववचार प्सतुत टकए और एक आदश्य गांव पर एक ववनशटि गांव में उपल्ध सभी संभाववत संसाधनों कबे साथ चाि्य तयैार टकए। पीआरए / पीएलए को प्सतुत टकया गया। ररसोस्य पस्यन श्ीमती संधया द्ारा सवुवधा प्दान की गई। एमजीएनसीआरई एफडीपी कबे चौथबे टदन प्नतभानगयों नबे कबे सारा कबे पास गोधमुकंुिा गाँव में यकूबे कॉलबेज ऑफ एजुकबे शन का दौरा टकया। वप्ंनसपल डॉ सरुेंद्र वमा्य नबे बी एड थड्य सबेमबेसिर कबे छात्ों कबे साथ बातचीत की वयवसथा की। इसकबे बाद छात्ों कबे चार समहूों कबे साथ गनतववनधयाँ हुईं। उनहोंनबे कृवि भनूम में चाि्य तयैार करनबे और क्बेत् का काम टकया। प्नतभानगयों नबे कॉलबेज पररसर में सवच्छता गनतववनध पर काम टकया।

    बीपीएस मदहला विशिविदयालय खानपुर सोनीप्त - 26 - 31 जुलाई बीपीएसएमवी खानपुर सोनीपत हररयािा में ग्ामीि अनबुंध और सामदुानयक जडुाव पर 5-टदवसीय एफडीपी

    एमएएनययूययू हैदराबाद – 29 जुलाई समे 3 अिस्त

    मौलाना आज़ाद नबेशनल उदू्य यनूनवनस्यिी हैदराबाद में नई तालीम

    प्ायोनगक नशक्ा और सामदुानयक अनबुंध पर 6 टदवसीय संकाय ववकास काय्यरिम का आयोजन टकया गया।

    एमजीसीजीिी गित्रकयू ट – 29 जुलाई समे 2 अिस्त

    महातमा गांधी नचत्कूि ग्ामोदय ववश्व ववद्ालय नचत्कूि, सतना, मधय प्दबेश में ग्ामीि अनबुंध और सामदुानयक सहभानगता पर 5 टदवसीय संकाय ववकास काय्यरिम आयोणजत टकया गया।

    ककसन पी जी कॉलमेज बहराइि उत्तर प्रदमेि - 30 जुलाई समे 3 अिस्त

    नई तालीम – अनभुावातमक अधययन और नशक्क नशक्ा पर संकाय ववकास काय्यरिम - टकसन पी जी कॉलबेज बहराइच उत्र प्दबेश

    य्तरुिललुिर विशिविदयालय िमेललोर 29 जुलाई - 2 अिस्त

    माननीय कुलपनत प्ो एस तबेमारैसबेलीवी मखुय अनतनथ थबे णजनहोंनबे नतरुवललुवर ववश्वववद्ालय वबेललोर में ग्ामीि समदुाय अनबुंध पर 5 टदवसीय संकाय ववकास काय्यरिम की काय्यवाही का उद्ािन टकया। उनहोंनबे रूरल

    कमयनुनिी एंगबेजमेंि कबे प्मखु काय्यरिमों कबे महतव पर बात की। उनहोंनबे 75 विषों में उचच नशक्ा संसथानों और भारत कबे नलए प्नशक्कों की भनूमका को महतव टदया। उनहोंनबे प्नशक्कों सबे नागररकों कबे कृवि और सवास्थय पर धयान कें टद्रत

    करनबे कबे नलए कहा। दो टदनों कबे नलए सबेरकाडु में एक गांव का दौरा आयोणजत टकया गया था। एमजीएनसीआरई सीननयर फैकलिी नवीन कुमार नबे गनतववनध का समनवय टकया। गबेसि ऑफ ऑनर प्ोफबे सर वी पबेरुवललथुी, रणजसटार रहबे णजनहोंनबे टकसानों और गांवों की वत्यमान णसथनत में समय की आवशयकता और संकाय कबे नलए भागीदारी सीखनबे की गनतशीलता को समझनबे की आवशयकता पर जोर टदया। तनमल नथरुवललवुर ववश्वववद्ालय कबे डॉ एम सेंनथलकुमार एनएसएस समनवयक और एसोनसएि प्ोफबे सर ववभाग नबे काय्यरिम का संचालन टकया।

    जीसीटरीई पलामुरु विशिविदयालय महबयूबनिर ्तमेलंिाना, 30 जुलाई - 3 अिस्त

    नई तालीम – अनभुवतमा अधययन पर महबूबनगर तबेलंगाना कबे जी ओवरसीज कॉलबेज में पर 5 टदवसीय संकाय ववकास काय्यरिम।.

  • 7महात्ा गांधी राष्टीय ग्ामीण शिक्ा परररद कनेक्ट

    नमेिनल इंसटरीटययूट ऑफ टमेकनालजी, नािालैंड – 8 जुलाई समे 10 जुलाई

    एनआईिी नागालैंड कबे रणजसटार डॉ वबनोद डोली और ननदबेशक डॉ एस वबेिगुोपाल नबे 3 टदवसीय काय्यशाला का उद्ािन टकया। काय्यशाला में ग्ामीि क्बेत्ों कबे मदु्ों और चनुौनतयों कबे प्नत प्नतभानगयों की संवबेदनशीलता पर धयान कें टद्रत टकया गया। णजसका उद्बेशय यबूीए, एनआईिी, नागालैंड कबे प्नतभानगयों और टहतधारकों को प्नशणक्त करना था। प्नतभानगयों नबे नशक्ा, ववत्ीय समावबेशन योजनाओं और अपनशटि प्बंधन कबे नलए माग्यदश्यन पर जागरूकता पदैा करनबे पर जोर टदया। वबे म्ैथस और साइंस ववियों में अनधक प्यास चाहतबे थबे, फलों की खबेती और सकूल छोडनबे कबे कौशल पर उद्मशीलता। प्नतभानगयों नबे ढांचागत महतव वालबे एक मॉडल गांव की संरचना कबे बारबे में सीखा और अनुभव नबे उनहें गांव की आनथ्यक और सामाणजक समसयाओ ंको दबेखनबे का अवसर टदया। एमजीएनसीआरई ररसोस्य पस्यन सशु्ी नतुसलु ुनबे पररसर में अनकुरि की सवुवधा दी और प्तयबेक िीम नबे पररसर में पीएलए ववनध और अनुकरि टकया।सीएमआर कॉलमेज ऑफ इंजीयनयररिं एंड टमेकनोलॉजी 15 िीं - 16

    जुलाईमबेजर डॉ वीए नारायि, वप्ंनसपल, सीएमआर कॉलबेज ऑफ इंजीननयररंग एंड िबेकनोलॉजी नबे काय्यशाला का उद्ािन टकया और एमजीएनसीआरई कबे साथ सहयोग का सवागत टकया। उनहोंनबे प्नतभानगयों सबे काय्यशाला में सटरिय रूप सबे भाग लबेनबे और सामदुानयक सहभानगता का एक अभयास ववकनसत करनबे का आग्ह टकया जो छात्ों और इंजीननयररंग कबे संकाय को लाभाणनवत करबेगा। PRA / PLA कबे उपयोग कबे मलू उद्बेशय पर 28 प्नतभानगयों को सझुाव टदयबे गए, जो मखुय रूप सबे प्नतभानगयों की उनचत और संरनचत आवशयकताओं कबे आकलन की क्मता में सधुार पर धयान कें टद्रत करता है, तथा जो गांवों में वयवहाय्य समाधान पबेश करनबे कबे नलए महतवपिू्य है। प्सतनुत कबे बाद का खंड सफलतापूव्यक पीएलए अभयास कबे नलए माग्य का अनसुरि करता है। प्नतभानगयों को पररसर कबे चारों ओर एक टांजबेकि वॉक कबे नलए कहा गया था। टिपपणियों को ररकॉड्य टकया गया और नचत् प्दश्यन टकया गया। उनहोंनबे पीएलए तकनीकों को लागू करनबे कबे नलए राजा बोललम गांव का दौरा टकया। एसोनसएि प्ोफबे सर डॉ एम सरुबेश ECE CMRCET और श्ीमती डी सौजनया समनवयक CEER CMRCET नबे FDP का समनवय टकया। एमजीएनसीआरई सीननयर फैकलिी सरवानी पांडबेय समनवयक रहें। .

    VJIT - 19 जुलाई - 20

    जुलाई29 फैकलिी कबे साथ यबूीए - रूरल इमश्यन एंड

    कमयनुनिी एंगबेजमेंि पर 2-टदवसीय वक्य शॉप का उद्ािन मखुय अनतनथ श्ी पी वबेिगुोपाल रबेडडी डायरबेकिर द्ारा ववगनाना जयोनत इंसिीटयिू ऑफ िबेकनोलॉजी में टकया गया और डॉ ए पद्मजा वप्ंनसपल और श्ी नगरी प्साद गौड एनएसएस प्ोग्ाम ऑटफसर द्ारा आयोणजत टकया गया। रमबेश वाववला MGNCRE फैकलिी काय्यरिम समनवयक थबे। प्नतभानगयों नबे समहूों में काम टकया और अपनबे पाठयरिमों कबे नलए प्ासंनगक ग्ामीि समदुाय सगाई कबे पाठयरिम पाठयरिम की समीक्ा की और अपनी प्नतटरिया और सझुाव साझा टकए। इसकबे बाद प्सतनुतयों और उनकबे ववभाग कबे नलए अनकूुलन की समीक्ा की गई। प्नतभानगयों नबे सामदुानयक जडुाव कबे नलए बकरम गांव का दौरा टकया।

    काय्शिालाएँ श्ी पद्ाि्ती मदहला विशिविदयालयम य्तरुपय्त - 22 जुलाई

    एफडीपी सबे पहलबे 23 जलुाई को मानववकी ्लॉक में नशक्ा ववभाग कबे सबेनमनार हॉल में 22 जलुाई को एक काय्यशाला आयोणजत की गई थी। काय्यशाला का उद्ािन सामाणजक ववज्ान

    कबे डीन डॉ कबे मौरगैया नबे टकया णजनहोंनबे नशक्ा कबे महतव पर बात की। प्ो िी जी.अमतुवलली नबे सकूल नशक्ा में सह पाठयरिम और उतपादक गनतववनधयों कबे महतव पर बात की। काय्यरिम समनवयक डॉ जी.सुनीता बाई नबे गांधी जी कबे दश्यन कबे सपनों को परूा करनबे कबे नलए नई तानलम और संकाय ववकास काय्यरिम पर काय्यशाला कबे उद्बेशय और कौशल ववकास कबे नलए इसकबे महतव को बताया। एमजीएनसीआरई प्नशक्क साई टकरि नबे काय्यवाही का समनवय टकया। UGC HRDC ययूयनिशस्शटरी ऑफ नॉथ्श बंिाल - 23 जुलाई - 25 जुलाई ग्ामीि सामदुानयक उतथान और ग्ामीि अनबुंध पर 3-टदवसीय काय्यशाला

    UGC HRDC NBU दाणज्यनलंग में ववनभनन कॉलबेजों कबे 47 प्नतभानगयों कबे साथ आयोणजत की गई। प्ोफबे सर गंगोत्ी चरिवतजी ननदबेशक एचआरडीसी नबे काय्यरिम की अधयक्ता की। टदलीप चरिवतजी वररठि संकाय एमजीएनसीआरई नबे प्ो प्नतभानगयों को ग्ामीि जडुाव और नई तालीम कबे ववचार कबे रूप में नई नशक्ा नीनत कबे तहत पररकणलपत टकया गया; प्तयबेक वविय को सामाणजक रूप सबे प्ासंनगक कैसबे बनाया जा सकता है और इसबे कैसबे लागू टकया जा सकता है, इस पर मंथन गनतववनधयों को सवुवधाजनक बनानबे कबे नलए; ग्ामीि ववसज्यन ववनधयों (RITPs) कबे संचालन की समझ हानसल करनबे कबे नलए; और उचच नशक्ा कबे संसथानों की सामाणजक णजममबेदाररयों सबे संकाय को अवगत कराना। पोनतराम जोिबे गांव की यात्ा बाढ कबे कारि जोणखम भरी थी। प्नतभानगयों नबे ग्ामीिों कबे साथ बातचीत की और बाद में उनकबे सीखनबे कबे पररिामों को साझा टकया।

    एि.बी.बी.एड कॉलमेज निी मुंबई महाराष्ट् - 17 जुलाई काय्यशाला नई तालीम-प्ायोनगक नशक्ा पर आधाररत थी। काय्यशाला की

    मखुय अनतनथ डॉ सनुीता मगरबे थीं। सशु्ी लता वपललई ववशबेि अनतनथ थीं। डॉ सवि्यलता हररचंदन प्ाचाय्य एच बी बीएड कॉलबेज कबे संयोजक रहें। उनहोंनबे काय्यशाला कबे उद्बेशयों को समझाया। एमजीएनसीआरई कबे सीननयर

    फैकलिी श्ी प्भाकर बानला नबे काय्यवाही का समनवय टकया। डॉ सनुीता मगरबे नबे वत्यमान नशक्ा प्िाली में अनभुवातमक अनधगम कबे महतव पर बात की। 33 प्नतभानगयों नबे राष्टीय नशक्ा नीनत 2019 पर एक प्श्ावली कबे नलए इनपुि भी टदए।

    UGC HRDC कशमीर विशिविदयालय श्ीनिर 17- 20 जुलाई UGC-HRDC यनूनवनस्यिी ऑफ कशमीर नबे MGNCRE कबे साथ नमलकर 83 वें जनरल ओररएंिबेशन कोस्य कबे प्नतभानगयों कबे नलए सामदुानयक जडुाव पर 3-टदवसीय काय्यशाला का आयोजन टकया। काय्यशाला की अधयक्ता काय्यवाहक कुलपनत प्ो ननलोफर खान नबे की और एमजीएनएनआरईई फैकलिी डॉ सयैद ज़हरा नबे भी समनवय टकया। प्ो ननलोफर खान नबे शाण्दक ज्ान और प्ासंनगक प्थाओ ंकबे बीच ववभाजन को बढानबे और उचच नशक्ा और साव्यजननक जीवन कबे बीच दरार को ठछीक करनबे पर जोर टदया। उनहोंनबे संतोि वयति टकया टक इस तरह की काय्यशालाएँ प्नशणक्त ग्ामीि समदुाय कबे सवयंसबेवकों कबे सहयोग सबे नशक्कों और छात्ों को भागीदारी ग्ामीि

  • सामदुानयक जिुाव, सबेवा सहभानगता और सशवतिकरि गनतववनधयों कबे नलए वयावहाररक अवसर प्दान करेंगी। यजूीसी-एचआरडीसी, कशमीर ववश्वववद्ालय कबे ननदबेशक, प्ो श्बीर अहमद भि नबे कहा टक ववश्वववद्ालयों को ‘साव्यजननक और जरूरतमंद जनता’ कबे नलए

    काम करना होगा, जहां एक साव्यजननक काय्य कबे नलए काम करना है और संसथा कबे अदंर और बाहर सभी की नागररक एजेंसी, प्नतभा और क्मता ववकनसत करता है। इस काय्यशाला का एक महतवपिू्य टहससा दो क्बेत् का दौरा था। पहला दौरा 18.07.2019 को मीर बबेहरी गाँव का था जो कशमीर ववश्वववद्ालय सबे 2-3 टकलोमीिर दरू णसथत है। दसूरी यात्ा, बैतपोरा कबे वानी हामा की थी जो यनूनवनस्यिी सबे 4 - 5 टकलोमीिर की दरूी पर णसथत है।

    एिआरडीसी ओसमायनया ययूयनिशस्शटरी – 19 जुलाई प्ोफबे सर राम रबेडडी एचआरडीसी ननदबेशक नबे काय्यशाला का उद्ािन टकया और ए म ज ी ए न स ीआ र ई कबे साथ सहयोग का सवागत टकया। उनहोंनबे प्नतभानगयों सबे

    काय्यशाला में सटरिय रूप सबे भाग लबेनबे और सामुदानयक सहभानगता का एक अभयास ववकनसत करनबे का आग्ह टकया, णजससबे प्नशक्कों और छात्ों को लाभ होगा। उनहोंनबे सामदुानयक सहभानगता कबे महतव कबे बारबे में भी बताया। समथ्यकों को PRA / PLA का उपयोग करनबे कबे मलू उद्बेशय कबे बारबे में बताया गया, जो मुखय रूप सबे प्नतभानगयों की उनचत और संरनचत आवशयकताओं कबे आकलन की क्मता में सधुार पर कें टद्रत था, जो वयवहाय्य समाधानों की पबेशकश कबे नलए महतवपूि्य है।

    एिआरडीसी ओसमायनया ययूयनिशस्शटरी – 17 और 18 जुलाई एचआरडीसी उसमाननया ववश्वववद्ालय को 43 प्नतभानगयों कबे साथ ग्ामीि सामदुानयक जडुाव पर काय्यशाला कबे नलए आयोजन सथल कबे रूप में चनुा गया। प्ोफबे सर राम रबेडडी एचआरडीसी ननदबेशक नबे काय्यशाला का उद्ािन टकया और एमजीएनसीआरई कबे साथ सहयोग का सवागत टकया। एचआरडीसी ओसमाननया यनूनवनस्यिी कबे डॉ वेंकिबेश नबे भी काय्यशाला में भाग नलया। एमजीएनसीआरई ररसोस्य पस्यन श्ीमती सरवानी पांडबे नबे प्नतभागी अधययन और टरियानवयन पर ववसतार सबे बात की। समथ्यकों को PRA / PLA का उपयोग करनबे कबे मलू उद्बेशय कबे बारबे में बताया गया, जो मखुय रूप सबे प्नतभानगयों की उनचत और संरनचत आवशयकताओं कबे आकलन में सुधार पर के�